
विनाश गुस्से में खा जाने वाली नजरों से अनय को घूर रहा था। उसकी आंखों में एक आग थी जो उसे जला कर रख देने वाली थी। तभी अनय टेढ़ा मुस्कुराते हुए बोला ,"मैं तेरी आंखों में अपना डर देखना चाहता हूं, अपना खौफ। तो तू मुझसे डर, मैं चाहता हूं कि तू मुझसे डरे।"
अनय की बात सुनकर भी विनाश खामोश रहा और उसकी यही खामोशी अनय को गुस्सा दिला रही थी।

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