
इनारा अभी ये सोच ही रही थी कि तभी उसने अपने खयालों को झटका और खुद से बोली, "मुझे उस अनय के बारे में नहीं सोचना चाहिए। वह कुछ भी करता हो, मुझे फर्क नहीं पड़ना चाहिए। बस वो वापस ना आए, नहीं तो वापस आकर वो सब कुछ तहस नहस कर देगा।"
ये कहते हुए उसने गहरी सांस ली और खामोशी से जाकर बेड पर बैठ गई। वो बैठी हुई विनाश का इंतजार कर रही थी। घड़ी में अब 11:00 बज रहे थे लेकिन विनाश अभी तक घर नहीं आया था। और इनारा को उसी के साथ डिनर करना था, इसलिए वो विनाश का इंतजार कर रही थी।

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